Chana Dal benefits (fayde) in hindi हमारे देश में तरह तरह की दालें पाई जाती है, अरहर, मूंग, उड़द, मसूर, चना आदि इनमें से चने की दाल स्वास्थ की द्रष्टि से बहुत फायदेमंद है| इसमें बहुत से पोषक तत्व होते है जो हमारे शरीर को फायदा देते है| भारतीय घरों में चना दाल को बहुत से तरीके से उपयोग में लाया जाता है| चने की दाल चना का आधा हिस्सा है जिसे साफ करके पोलिश किया जाता है| चना दाल को पीस कर बेसन बनाया जाता है जिसमें पोषक तत्व की कमी नहीं होती है, इस बेसन का उपयोग तरह तरह से किया जाता है|
भारत में अलग अलग स्थान में दाल का उपयोग अलग तरह से होता है, इससे बना बेसन खाने के अलावा सौदर्य को निखारने में भी काम आता है| चने की दाल में मौजूद पोषक तत्व –
भारत में अलग अलग स्थान में दाल का उपयोग अलग तरह से होता है, इससे बना बेसन खाने के अलावा सौदर्य को निखारने में भी काम आता है| चने की दाल में मौजूद पोषक तत्व –
- कैल्शियम
- प्रोटीन
- विटामिन
- आयरन
- फाइबर
- रेशे
दाल का स्वाद स्वीट कॉर्न की तरह होता है जिसका उपयोग सूप, सलाद, स्नैक में किया जाता है| चने की दाल प्रोटीन की खदान होता है जिसे रोज अपने खाने में शामिल करना लाभकारी होता है|
चना दाल में मौजूद पोषक तथ्य (आधा कप पकी हुई) –
| कैलोरी | 350 |
| सोडियम | 398 mg |
| टोटल फैट | 12 gm |
| कार्बोहाइड्रेट | 60 gm |
| फाइबर | 22 gm |
| शुगर | 8 gm |
| प्रोटीन | 22 gm |
| विटामिन A | 2% |
| कैल्सियम | 2% |
| आयरन | 20% |
चने की दाल के स्वास्थवर्धक लाभ (Chana Dal Benefits in hindi)
- चने की दाल में फाइबर की अधिकता होती है जिससे ये बड़े हुए कोलेस्ट्रोल को कम करता है|
- चना दाल जिंक, प्रोटीन, कैल्शियम व फोलेट का सोर्स होती है|
- डायबटीज को कंट्रोल करने के लिए चना दाल बहुत अच्छी मानी जाती है|
- दाल में फैट कम होता है जिससे वजन कम करने वालों को ये ज्यादा से ज्यादा खाना चाइये|
- चने की डाल स्वाद में बहुत अच्छी होती है, पोष्टिकता से भरी ये दाल आसानी से पच जाती है|
- चना की दाल से कब्ज की परेशानी दूर होती है|
- पीलिया होने पर चने की दाल खाना चाहिए इससे जल्दी रिकवरी होती है|
- चना दाल खाने से शरीर में एनर्जी आती है. इसमें मौजूद प्रोटीन शरीर में एक तरह से फ्यूल का कार्य करता है, जो तुरंत एनर्जी देता है.
- चना डाल में मौजूद अमीनो एसिड, शरीर को कोशिकाओं को मजबूत करता है.
- चना दाल खाने से अधिक गुलुकोस शरीर में अवशोषित होता है, जो डायबटीज के मरीज के लिए बहुत अच्छा होता है.
- आपका पाचनतंत्र अच्छे से कार्य नहीं कर रहा हैं और आपको कब्ज, उलटी, डायरिया की परेशानी है. चना दाल इसको ठीक कर सकता है.
- आयरन की कमी से शरीर में बहुत सी परेशानी होती है, जैसे एनीमिया. चना दाल में आयरन, प्रोटीन होता है, इसके खाने से शरीर में हेमोग्लोबिन बढ़ता है.
चना दाल का उपयोग (chana dal Use) –
- दाल को कुछ देर भिगो कर बनाने से ये जल्दी पकती है|
- दाल से बने बेसन से हजारों तरह की डिशेज बनती है जिसमें लड्डू, पकोड़े अत्यधिक प्रसिद्ध है| बेसन के फायदे और उसकी रेसिपी जानने के लिए यहाँ क्लिक करें. बेसन का पेस्ट चेहरे बालों दोनों के लिए अच्छा होता है.
- गुजरात में चना दाल का उपयोग बहुत अधिक होता है| वो लोग इससे ढोकला, हांडवा, थेपला, फाफडा और भी बहुत सी चीजें बनाते है|
- चने की दाल को उबालकर उसका पानी निथार दें, अब प्याज टमाटर के साथ सब्जी बनालें| ये पराठे रोटी के साथ बहुत अच्छी लगती है|
- बेसन सौदर्य के लिए बहुत अच्छा होता है| दही हल्दी के साथ मिलाकर लगाने से निखार आता है| बेसन से उपटन बनाया जाता है जो हर लड़की अपने सौन्दर्य को निखारने के लिए उपयोग करती है|
- बेसन सबसे पुराना और इफेक्टिव सौदर्य प्रोडक्ट है|
चना दाल को कैसे रखें –
- दाल को हमेशा ठन्डे व सूखे स्थान पर रखना चाहिए|
- दाल को बनाकर तुरंत उपयोग करना चाइये, बासा नहीं खाना चाइये|
चने की दाल के फायदे पढकर आप इसकी उपयोगिता जान गए होंगें| अगर आप इसका किसी और तरह से उपयोग करते है तो हमारे साथ शेयर करें ताकी दुसरे भी आपसे कुछ सीख सकें|
